नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये

About your own life and experiences, about Haldwani's day to day life, Society, Activities and even those small events. Socio Cultural discussions.

नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये

Postby dinjos12 on Sat Mar 28, 2009 2:21 am

नव वर्ष आपके व आपके परिवार जनो को उन्नति के पथ पर आगे ले जाय i यही हमारी मंगल कामना है
dinjos12
 
Posts: 52
Joined: Wed Nov 12, 2008 11:51 am

Re: नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये

Postby dinjos12 on Sat Mar 28, 2009 3:07 am

नव वर्ष की पवन वेला से ही नवरात्र की धूम आरम्भ हो चुकी है मंदिरों मे प्रातः से ही घंटे ढोल की गूज सुनाये दे रही है : कल नवरात्र का पहला दिन था पहले दिन माता शैलपुत्री की आराधना होती है देवी का यह पहला रूप है जिसमे शैलपुत्री या हिमालय या शैलवान की पुत्री होने के नाते यह नाम पड़ा. भगवन शंकर देव भी प्रकृति के देव है कैलाश पर्वत पर भगवान भोलेबाबा का आवास है और माता शैलपुत्री का आवास भी हिमालय पर्वतों पर है मान्यता है कि इनका विबाह शंकरजी से हुआ था बाद मे सती आदि manyataye आपने सुनी होंगी कहते है कि शंकरजी ने तांडव नृत्य कर कल कालेश्वर का रूप रखा था . सती ले अगले जनम मे पारवती का रूप रखा . और भगवन शंकर को प्राप्त किया इनकी पूजा-आराधना का मंत्र इस प्रकार है
या देवी सर्वभूतेषु प्रक्रति रूपेन संस्थिता नमस्तास्ये नमस्तास्ये नमस्तास्ये नमो नमः
Image
dinjos12
 
Posts: 52
Joined: Wed Nov 12, 2008 11:51 am

Re: नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये

Postby dinjos12 on Sun Mar 29, 2009 7:30 am

नवरात्र के दुसरे दिन देवी ब्रह्मचारिणी की आराधना की जाती है कहते है की सृश्टी की रचना ब्रहमा जी ने की थी. ब्रह्माजी ही इस संसार के पालक व बिस्तारक है ब्रहमा जी की यही शक्ति ब्रह्मचारिणी के रूप में उत्पन्न हुई थी स्त्री को इसी कारण एक कारक भी माना जाता है बर्तमान मै चल रहा ग्लोबलाइजेशन भी इसी का एक कारण है की संसार का फैलना जनसँख्या का विस्तार आदि मे स्त्री को मुख्य रूप से देखा जाता है
dinjos12
 
Posts: 52
Joined: Wed Nov 12, 2008 11:51 am

Re: नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये

Postby dinjos12 on Sun Mar 29, 2009 1:52 pm

Image
dinjos12
 
Posts: 52
Joined: Wed Nov 12, 2008 11:51 am

Re: नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये

Postby dinjos12 on Mon Mar 30, 2009 4:25 am

चन्द्रघंटा देवी का यह स्वरुप काफी महत्त्वपूर्ण है चन्द्र व घंटा दोनों एकदम उल्टे स्वाभाव के है जिसमे चन्द्रमाँ शांति का प्रतीक व घंटा नाद का, मान्यता है की असुरासुर संग्राम में देवी ने इसी नाद से अनेक असुरो का संहार किया था, गायन बादन आदि दोनों ही नाद के प्रतीक है
dinjos12
 
Posts: 52
Joined: Wed Nov 12, 2008 11:51 am

Re: नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये

Postby dinjos12 on Mon Mar 30, 2009 4:53 am

देवी का चौथा स्वरुप कूष्मांडा है इनकी कांति व आभा सूर्य के समान है देवी का यह स्वरुप अन्नपूर्णा के समान है देवी का यह स्वरुप भूख, भूख की आपूर्ति आदि के बारे के भी बताता है अगर आवश्यकता न हो तो जग न हो यदि जग ही न हो तो आवश्यकता न हो
dinjos12
 
Posts: 52
Joined: Wed Nov 12, 2008 11:51 am

Re: नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये

Postby dinjos12 on Thu Apr 02, 2009 2:25 am

देवी का पांचवा स्वरूप संसार के विस्तार को बताता है स्कन्दमाता कार्तिकेय व गणेश जी की माता है गणेश जी मानस पुत्र है असुरो का बध करने के लिए देवी पार्वती ने शिवजी से विवाह किया था, प्रभु का यह मांगलिक मिलन जिसे सनातन संस्कृति में विवाह परंपरा का उदभव मन जाता है
dinjos12
 
Posts: 52
Joined: Wed Nov 12, 2008 11:51 am

Re: नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये

Postby dinjos12 on Thu Apr 02, 2009 11:16 am

देवी का छठा स्वरुप ऋषि मुनियो व माँ की प्रसन्नता के लिए वरदान है इस रात जागरण व जप का विशेष महत्व है कहते है की कात्यायन ऋषि ने तप कर देवी से वरदान माँगा था कि आप मेरे कुल मई जन्म ले, देवी को अजन्मा माना गया है देवी ने अजन्मा स्वरुप त्यागा व ऋषि कुल मई जन्म लिया
dinjos12
 
Posts: 52
Joined: Wed Nov 12, 2008 11:51 am

Re: नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये

Postby dinjos12 on Thu Apr 02, 2009 11:27 am

जन्म पालन व काल देवी के ये तीन स्वरूप है देवी का यह स्वरूप अनंत है कालरात्रि अर्थात काल को जितने वाली काली कि पूजा से सबकुछ सिद्ध होता है
काली कि पूजा का सिद्ध मंत्र इस प्रकार है
ॐ एं हीं क्ली चामुंडाये विच्चे
dinjos12
 
Posts: 52
Joined: Wed Nov 12, 2008 11:51 am


Return to Life, Society, Activities, Events

Who is online

Users browsing this forum: No registered users and 1 guest

cron